Wednesday 29 December 2010

कुछ अलग सा लगता है.......

कुछ अलग सा लगता है.......

जब कोई अनजान आपको देखके मुश्कुराए,
जब कोई बच्चा आपको अंकल कह जाए,
जब कोई रास्ता पार कराने पर ढेर सारे आशीष दे जाए,
जब बस वाला स्टेंड से आगे पीछे उतार कर हंस जाए,
जब कोई अच्छा पढ़ा लिखा आदमी अपनी ग़लती ना मान पाए,
जब राह चलते किसी लड़की की सादगी भरी प्यारी मासूम सूरत भा जाए,
जब कोई मजबूरी होने पर आप पसंद की चीज़ ना खा पायें,
जब फटी पुरानी पेंट की जेब में कुछ खास चीज़ मिल जाए,
जब कोई बहुत करीबी दोस्त आपको हमेशा के लिए अलविदा कह जाए,
जब कोई अनजान आपकी कोई खामी या खूबी बता जाए,
जब बहुत पुराने स्पेशल दोस्त का एकदम से कॉल आ जाए,
जब आपकी पसंद आपसे पहले आपको ही प्रपोज़ कर जाए,

सच में अलग सा लगता है.......